Dhanteras 2025: धनतेरस 2025 में भूलकर भी न खरीदें ये 5 चीजें! वरना घर से मुंह मोड़ लेगी मां लक्ष्मी!

 

 

 

 

धनतेरस का त्योहार धन, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। यह दिन दीपावली महापर्व की शुरुआत करता है और इसी दिन मां लक्ष्मी, कुबेर और धन्वंतरि की विशेष पूजा का विधान है। इस दिन बाजारों में रौनक देखते ही बनती है—लोग बर्तन, सोना-चांदी, गाड़ियां, घर, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े और अन्य सामान खरीदकर इसे शुभ मानते हैं।

 

लेकिन शास्त्रों और ज्योतिष के अनुसार कुछ वस्तुएं ऐसी भी हैं जिन्हें धनतेरस के दिन खरीदना अशुभ माना गया है। इन वस्तुओं की खरीद से मां लक्ष्मी रूठ सकती हैं और घर में दरिद्रता या आर्थिक संकट बढ़ सकता है। इसलिए आवश्यक है कि इस दिन खरीदी करते समय परंपराओं और ज्योतिषीय मान्यताओं का ध्यान रखें।

 

#धनतेरस 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त:

 

*तारीख: 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी (त्रयोदशी तिथि) होगी। यह दिन धनतेरस के रूप में मनाया जाएगा।

 

*त्रयोदशी तिथि आरंभ/समाप्त:

*आरंभ: 18 अक्टूबर को दोपहर 12:18 बजे से

*समाप्त: 19 अक्टूबर को दोपहर 1:51 बजे तक

*शाम का मुख्य शुभ मुहूर्त (पूजा समय):

*प्रदोष काल: शाम 05:59 बजे से 08:28 बजे तक

*वृषभ काल (सबसे अधिक शुभ): शाम 07:31 बजे से 09:29 बजे तक

 

पूजा का सबसे आदर्श समय वृषभ काल माना जाता है, जो शाम 07:31 बजे से शुरू होकर 09:29 बजे तक विस्तार पाता है .

 

पूजा विधि:

इस दिन ग्रह-देवता—देवी लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि (आयुर्वेद के देवता) और भगवान कुबेर—की आराधना की जाती है .

पौराणिक कथा: समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लिए प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन उनकी पूजा और स्वास्थ्य व समृद्धि की कामना की जाती है .

इस पावन अवसर पर सोना-चांदी एवं अन्य धातुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है, यह समृद्धि का प्रतीक है !आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी धनतेरस 2025 पर कौन सी चीजों की खरीदारी भूलकर भी नहीं करनी चाहिए इससे जुड़ी जानकारी लेकर प्रस्तुत है!आइए जानते हैं कि धनतेरस 2025 के दिन भूलकर भी किन 5 चीजों की खरीदारी नहीं करनी चाहिए और इसके पीछे क्या धार्मिक और ज्योतिषीय कारण बताए गए हैं।

 

1. लोहे की वस्तुएं (Iron Items)

धनतेरस पर लोहे की वस्तुओं की खरीद वर्जित मानी जाती है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लोहा शनि ग्रह का धातु है।शनि कठोर परिश्रम, कठिनाइयों और विलंब का कारक माना जाता है।यदि इस दिन लोहे की वस्तु खरीदी जाए तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और शनि दोष बढ़ सकता है।

परिणाम:

परिवार में कलह और मतभेद की स्थिति बन सकती है।आर्थिक लाभ की जगह हानि हो सकती है।स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

👉 उपाय: अगर बर्तन खरीदने हों तो स्टील, तांबे, पीतल या चांदी के बर्तन लेना शुभ है।

 

2. एल्युमिनियम और प्लास्टिक की चीजें

धनतेरस पर लोग अक्सर सस्ते विकल्प के तौर पर एल्युमिनियम या प्लास्टिक के बर्तन खरीद लेते हैं, लेकिन यह परंपरा के विपरीत है।

शास्त्रों में एल्युमिनियम और प्लास्टिक दोनों को अशुद्ध धातु माना गया है।इनमें स्थायित्व की कमी होती है और ये नकारात्मकता को आकर्षित करते हैं। मां लक्ष्मी स्थायी और शुद्ध धातुओं जैसे सोना, चांदी, तांबा और पीतल में वास करती हैं।

परिणाम:

घर में दरिद्रता और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।इन वस्तुओं से घर का वातावरण असंतुलित हो सकता है।

👉 उपाय: एल्युमिनियम और प्लास्टिक के बजाय तांबे या चांदी के बर्तन खरीदना श्रेष्ठ है।

 

3. काला रंग या काले कपड़े

धनतेरस और दीपावली पर काले रंग को अत्यधिक अशुभ माना गया है!ज्योतिष के अनुसार काला रंग शनि और राहु का प्रतीक है।इस दिन काला रंग नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। त्योहार पर काले कपड़े पहनना या खरीदना मां लक्ष्मी की कृपा से वंचित कर सकता है।

परिणाम:

जीवन में रुकावटें और बाधाएं बढ़ सकती हैं।

धन की हानि और काम में असफलता के योग बनते हैं।

👉 उपाय: इस दिन लाल, पीले, सुनहरे और सफेद रंग के कपड़े खरीदना और पहनना अत्यंत शुभ है।

 

4. कांच के बर्तन या शीशे की वस्तुएं

धनतेरस पर लोग कभी-कभी शोपीस या कांच के बर्तन ले आते हैं, लेकिन यह मां लक्ष्मी को अप्रिय है।वास्तु शास्त्र में कांच और शीशा अस्थिरता का प्रतीक है।

कांच जल्दी टूट जाता है और यह दरिद्रता को आमंत्रित करता है।लक्ष्मी जी स्थायित्व और पवित्रता की देवी हैं, जबकि कांच अस्थायी और नाजुक होता है।

परिणाम:

घर में अस्थिरता, विवाद और अपव्यय बढ़ सकता है। कांच की वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को भी आकर्षित करती हैं।

👉 उपाय: कांच के बजाय सोने, चांदी या पीतल की वस्तुएं खरीदें

 

5. कैंची, चाकू और धारदार वस्तुएं

धनतेरस के दिन तेज और धारदार वस्तुएं खरीदना भी अशुभ माना जाता है।शास्त्रों में कैंची, चाकू और तलवार जैसी वस्तुएं रिश्तों को काटने का प्रतीक हैं। इन वस्तुओं से घर में कलह, वाद-विवाद और मतभेद की संभावना बढ़ती है।

यह वस्तुएं सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करती हैं।

परिणाम:

पारिवारिक संबंधों में कड़वाहट आ सकती है।घर में मानसिक तनाव और अस्थिरता बनी रह सकती है।

👉 उपाय: यदि घर की आवश्यकता के कारण ऐसी वस्तु लेनी ही पड़े तो यह काम धनतेरस पर न करें, किसी अन्य दिन खरीदें।

 

धनतेरस पर क्या खरीदना चाहिए?

जहां कुछ वस्तुओं की खरीदारी अशुभ है, वहीं कई चीजें ऐसी भी हैं जिनका क्रय करना इस दिन अत्यंत शुभ माना गया है।

सोना और चांदी: आभूषण, सिक्के या बर्तन—ये मां लक्ष्मी की कृपा के वाहक माने जाते हैं।

तांबा और पीतल के बर्तन: स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए शुभ।

दीपक और पूजा सामग्री: घर में सकारात्मक ऊर्जा और लक्ष्मी आगमन का संकेत।

धन्वंतरि पूजा के लिए औषधियां: स्वास्थ्य लाभ और रोग निवारण के लिए।

नए झाड़ू: घर से नकारात्मकता और दरिद्रता दूर करने का प्रतीक।

 

धनतेरस 2025 में यदि आप मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं तो लोहे, एल्युमिनियम-प्लास्टिक, काले कपड़े, कांच और धारदार वस्तुओं की खरीदारी से बचें। इनकी जगह सोना, चांदी, तांबा, पीतल, दीपक और झाड़ू जैसी वस्तुएं खरीदें।

शास्त्रों में कहा गया है—

“यत्र लक्ष्मीः तत्र धर्मः।”

जहां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं, वहां धर्म, सुख और शांति स्वतः ही आ जा

ते हैं।

इसलिए धनतेरस पर सही वस्तुओं की खरीदारी कर मां लक्ष्मी का स्वागत करें और घर-परिवार में समृद्धि, सुख और सौभाग्य को आमंत्रित करें।

 

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